हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन बुधवार को कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी समेत कई अन्य विधायकों ने प्रश्नकाल चलाने का विरोध किया। जगत सिंह नेगी ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत व्यवस्था मांगी। कहा कि 26 फरवरी को सदन को स्थगित किया और बाद में दोबारा बुलाया गया। जगत सिंह नेगी ने कहा कि सदन में दोबारा से लौटने को चार मिनट का समय दिया गया।
कहा कि हम स्पाइडरमैन, हनुमान नहीं थे कि लौट आते। कम से कम 48 घंटे का समय देना चाहिए था, विपक्ष को सुने बगैर ही एकतरफा निलंबन का फैसला सुना दिया गया जोकि सरासर गलत है। कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि इतरह से तो फांसी भी नहीं लगती। 124 धारा यानी देशद्रोह की धारा सदस्यों पर लगाई गई, क्या हम पाकिस्तानी हैं, चीनी हैं। सदन में कांग्रेस विधायकों का निलंबन रद्द करने की मांग उठी और विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। शोर-शराबे में प्रश्नकाल चलता रहा।
ठियोग से सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा ने पहला सवाल किया जिसका सीएम जयराम ठाकुर ने जवाब दिया। इस बीच विपक्ष ने वाकआउट कर लिया। कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र से कॉंग्रेस पार्टी के पॉंच निलंबित विधायक, आज भी विधानसभा के बाहर अपना रोष प्रदर्शन करते हुए॥ @ShuklaRajiv pic.twitter.com/6dcUzQXH0s
— Himachal Congress (@INCHimachal) March 3, 2021