शिमला. हिमाचल विधानसभा (Himachal Assembly) का शीतकालीन सत्र (Winter Session) रद्द करने के फैसले पर शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सरकार पर सत्र से भागने का आरोप लगाया है. वहीं सीएम जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) के वजीर भी अब जवाबी हमला बोलने लगे हैं. ऊना जिला से भी ताल्लुक रखने वाले कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर ने नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को नसीहत दी है कि वे सत्र रद्द करने पर राजनीति न करें. लोगों की सुरक्षा सरकार के लिए प्राथमिकता है. इसलिए सत्र रद्द करने का फैसला लिया गया.
मंत्री ने कहा कि अगर नेता विपक्ष को सवाल पूछने ही हैं तो वो प्रेस में पूछें. सीएम जयराम ठाकुर और सरकार उनका जवाब देगी. विरोध करने से पहले उन्हें अपने विधायकों की बैठक बुलानी चाहिए थी, जो उन्होंने नहीं बुलाई और खुद ही सत्र करवाने के लिए फैसला ले लिया. जबकि विपक्ष के ज्यादातर विधायक सत्र नहीं करवाने के पक्ष में हैं.
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि नेता विपक्ष पहले अपने विधायकों को एक करें. सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 15 दिसंबर तक प्रतिबंध लगाया है. यह प्रतिबंध केवल लोगों पर ही नहीं बल्कि खुद पर भी लगाये गये हैं. नेता विपक्ष को नकारात्मक बातें करनी की आदत पड़ गई है, जो उन्हें छोड़नी चाहिए.