धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के सीआरपीएफ (CRPF) जवान अशोक कुमार (40) कश्मीर में एक आतंकी हमले (Terrorist Attack) में शहीद हो गए हैं. गुरुवार को शहीद हुए अशोक कुमार का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव पहुंचने की उम्मीद है. श्रीनगर (Srinagar) में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हुए थे. ड्राइवर अशोक कुमार उस वाहन को चला रहे थे, जिस पर आतंकी ने हमला किया और बाद में वह शहीद हो गए.
जानकारी के अनुसार, अशोक कुमार कांगड़ा जिले के पालमपुर के सुलह विधानसभा क्षेत्र की पंचायत काहनफट्ट के गांव देहरू से थे. शहीद की शहादत का पता चलते ही गांव शोक में डूब गया. अशोक की पत्नी और बच्चे पिंजौर में रहते हैं, जबकि परिवार देहरू में रहता है. घर में माता-पिता और एक भाई की पत्नी रहती है.
2004 में हुए थे भर्ती
अशोक कुमार 2004 में भर्ती हुए थे और बताया जा रहा है कि एक माह पहले ही वह घर आए थे. पिता सरवन कुमार ने कहा कि उन्हें बेटे की शहीद होने की सूचना बहू सुषमा से ही मिली, जबकि अभी तक उन्हें प्रशासन की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली है. सूचना मिलते ही पिता सरवन और माता सैना का रो-रोकर बुरा हाल है. अशोक कुमार सीआरपीएफ में चालक के पद पर तैनात थे. उनकी पत्नी सुषमा देवी बेटे आदित्य (11) और बेटी रिदिमा के साथ पिछले कुछ सालों से पिंजौर में रह रही हैं.
मुख्यमंत्री ने शहादत पर शोक व्यक्त किया