पैराग्लाइडिंग की घाटी बिलिंग में पूर्व की तरह अब रविवार को भी टेंडम उड़ानों का पर्यटक मजा ले सकेंगे। संडे बंद की बंदिशों के हटते रात को दस बजे के बाद के कर्फ्यू के चलते अब बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के आगमन के इजाफा हो रहा है। अब पुनः होटल, टैक्सी, कैंपिंग साइट के साथ पैराग्लाइडिंग करने वालों व टेंडम पायलटों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। पैराग्लाइडिंग की विख्यात स्थली बीड़ बिलिंग, क्योर, चौगान व गुनेहड़ के आसपास बनाए गए होटल व कैंपिंग साइट पर आजकल बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है। एक तरफ नए साल का आगमन ऊपर से कोरोना के चलते घरों में कई महीनों से बंद पड़े लोग अब बेधड़क होकर घाटी में पहुंच रहे हैं। इसके बाद पिछले आठ महीनों से बंद पड़े होटल, ढाबे, रेस्तरां, रेहड़ी, टैक्सी चालकों व खास कर टेंडम उड़ान करवाने वालों के चमक उठे थे, उन सभी का व्यवसाय चमकने लगा।
बिलिंग घाटी में लोग खास तौर पर पैराग्लाइडिंग देखने व टेंडम उड़ान का लुत्फ उठाने की गरज से आते हैं। साथ में बीकेंड पर शनिवार, रविवार को छुटियां होने पर यहां पर तिल भरने को जगह नहीं रहती। आजकल अब जबकि संडे के बंद की बंदिशें सरकार द्वारा हटा ली गई हैं। ऐसे में अब बिलिंग से प्रतिदिन तीन सौ के करीब पर्यटक टेंडम उड़ान के माध्यम से बिलिंग घाटी के स्वच्छ, ठंड भरे सुहाने मौसम का मजा ले रहे हैं। ऐसा भी समय आता कि होटलों में कैंपिंग साइट बगैरा में रहने को जगह नहीं मिलती। जब सरकार द्वारा संडे बंद के फरमान जारी किए गए थे, उसके बाद पर्यटन विभाग द्वारा बिलिंग में रविवार को सभी प्रकार की उड़ानों पर बंदिश लगा दी गई थी।