हिमाचल चुनाव आयोग पहली बार इसकी पूरी जानकारी रखेगा कि जनप्रतिनिधि कितने शिक्षित हैं। अब राज्य में होने वाले पंचायतीराज संस्थाओं और शहरी निकायों के चुनाव लड़ने वालों का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन मौजूद रहेगा। इससे नागरिकों को भी पता चलेगा कि कितने डाक्टर, इंजीनियर, एमबीए, पीएचडी और एमएससी पास प्रत्याशी चुनाव जीतकर आए हैं।
अभी तक चुनाव आयोग के पास जन प्रतिनिधियों से संबंधित जानकारी ऑनलाइन रखने की कोई व्यवस्था नहीं थी। राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि पंचायतीराज संस्थाओं और शहरी निकायों के चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरते ही प्रत्येक जिले की तत्काल सूचना चुनाव आयोग के पास पहुंच जाएगी।
चुनाव आयोग ने एनआईसी की मदद ली है, जिससे आयोग के पास ऑनलाइन सभी चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों से संबंधित जानकारी पहुंच जाएगी। जैसे ही प्रत्याशी चुनाव लड़ने के लिए नामांकनपत्र भरेंगे, उनका पूरा ब्योरा चुनाव अधिकारी ऑनलाइन अपलोड करेंगे। इसकी वेरिफिकेशन के बाद आयोग के पोर्टल में उपलब्ध करा दिया जाएगा।
इसके अलावा जन प्रतिनिधियों के पास कितनी संपत्ति है। उनकी पत्नी या पति के पास कितना बैंक बैलेंस है, यह जानकारी भी आयोग के पास उपलब्ध रहेगी। चुनाव लड़ने वालों पर किस प्रकार के केस चल रहे हैं और सजा आदि के बारे में भी जानकारी आयोग के पोर्टल में रहेगी।